Parenting
पैरेंटिंग (Parenting)
अपने बच्चे को बहुत जादा प्रोटेक्टिव मोड में मत पालिए. उसे स्कूल स्वतः जाने दीजिए. दुकान से सामान लाने दीजिए. बिजली पानी के बिल भरने की लाइन में लगने दीजिए. सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने दीजिए. पुलिस अधिकारी से बात करनी पड़े तो करने दीजिए.
आजकल के पैरेंट्स, खासकर मम्मियां, चाहती हैं कि बच्चे को तकलीफ न हो, इसलिए इन सब कामों से उसे दूर रखती हैं, खुद करती हैं या पापा से करवाती हैं.
रजनी, मेरे मित्र की पत्नी जी, मित्र को कह रही थी – दूध खतम हो गया है, प्लीज ले आइए. वो बोले कि बेटे को भेज दो तो वो बोलीं – देखिए, धूप कितनी है, जाइए आप ही ले आइए ?
धूप से मत डरिए, बच्चे को धूप में निकलने दीजिए, बारिश में भी और तूफान में भी. जीवन में अनंत धूप बारिश तूफान झेलने पड़ेंगे, उसके लिए उसे मजबूत बनाइए.
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