Saurabh Arya
गाजीपुर में एक लड़का है, नाम है सौरभ आर्य
आज उसका मैसेंजर पर मैसेज देखा. यह मैसेज उसने 7 अप्रैल को जन्मदिन की बधाई देने के लिए लिखा था, पर मेरे नजर में आज आया.
मैसेज में बधाई लिखी थी और साथ में एक confession भी था. बड़े प्यार भरे अंदाज में, बड़े भोले अंदाज में लिखा था कि – “सर, आप बहुत अच्छा लिखते हो, मैं वैसा नही लिख पाता, मैं आपका फैन हूँ, इसलिए बिना पूछे आपका पोस्ट अपनी wall पर कॉपी पेस्ट कर लेता हूं, मुझे माफ कर दीजिएगा”.
बधाई के लिए धन्यवाद सौरभ. तुम मेरे लाल हो, मेरे बेटे हो, तुम्हे सब माफ है.
तुम्हे तीन सुझाव हैं.
1. कॉपी करने से बेहतर होगा कि share कर लो. Share करोगे तो जब मैं अपने पोस्ट में कोई correction करूंगा तो वह करेक्शन तुम्हारी wall पर भी हो जाएगा.
2. अगर कॉपी कर ही रहे हो तो सबसे ऊपर या सबसे नीचे मेरा नाम लिख दो, जैसे कि ‘अरुण मिश्र’ या ‘ अरुण मिश्र जी की वाल से’. ऐसा करने से तुम्हे यह फायदा होगा कि अगर कोई पोस्ट की बात से नाराज होगा तो वह तुम पर नही होगा, ‘अरुण मिश्र’ पर होगा.
3. कॉपी पेस्ट तो ठीक है, पर अपने आप लिखना भी शुरू करो, कहीं कुछ समझ में न आए तो मुझसे पूछो, मैं टिप्स दूंगा, बताऊंगा, समझाऊंगा, फिर धीमे धीमे अच्छा लिखने लगोगे.
प्यारे से व भोले से कंफेशन के लिए तुम्हे बहुत सारा प्यार.
खुश रहो, खूब अच्छा काम करो, तरक्की करो.
आशीर्वाद ?
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