मैं मानस का फूफा जी हूँ
मैं मानस का फूफा जी हूँ । फूफा जी कम व दोस्त जादा हूँ । पहले वो मेरा प्रसंशक था, आजकल मैं उसका प्रसंशक हूँ । प्रयाग जाऊं और अपने बेटे मानस से मुलाकात न हो तो सब बेकार समझिए । फरवरी 14, को जैसे ही हम प्रयाग पहुँचे, मानस व उनके पिताजी, जो हमारे बड़े भाई हैं, स्वयं आकर मिले ।
आप लोग को तो मालूम ही होगा कि बुआ जी के चरण स्पर्श करने से व आशीर्वाद लेने से , रिजल्ट में पास होना, जॉब लगना, कैरियर बनना, किसी से प्यार होना, शादी होना, सुखी जीवन होना, सब कुछ फलित होता है ? अपने मानस ने भी अपनी बुआ से ऐसा ही आशीर्वाद लिया ??
हमारे साथ रेला बड़ा था । समय कम था । मन तो बहुत था, पर व्यवस्तता के कारण उनके घर जाकर अन्य परिवार जन से मुलाकात नही हो पाई ।
बहुत अच्छा लगा बेटे Manas व भाई Vinod जी, आप दोनों से मिलकर ।
❤?❤
— with Manas Kartikeya and Vinod Shukla Anamika Prakashan.