आज की लड़की
यह आज की लड़की है.
शाम के चार बजे थे. एक लड़की अपने पापा मम्मी के साथ कॉउंसलिंग के लिए मेरे ऑफिस आई. सामने बैठी और पूछी –
सर, मैंने 12वीं का exam लिखा है. अब मुझे आगे क्या पढ़ना चाहिए. मैं कंफ्यूज हूँ. आप गाइड कीजिए.
मैंने उसका मन व उसका इंटरेस्ट जानने की कोशिश की. भविष्य, कैरियर, रुचि, लाइक, डिस्लाइक आदि को लेकर कई प्रश्न पूछे. कुछ प्रश्न पुराने थे पर उत्तर नए थे. देखिए –
– इंजीनियर बनना है
– No
– मेडिकल स्टोर चलाना है
– No
– नौकरी करनी है
– No, नौकरी नही करनी
– व्यवसाय करना है
– May be
– self employment ?
– YES
Self employment, यह उत्तर मैं सुन रहा था, एक दुबली पतली लड़की से, जिसने अभी अभी 12वीं का exam लिखा है, जो मात्र 17 वर्ष की है.
जिससे पूछो वही कहता है – मुझे वो कोर्स बताइए जिससे नौकरी मिले, और यहाँ एक लड़की, अपने माता पिता के सामने, पूरे confidence से कह रही है कि उसे नौकरी नही करनी, उसे स्वरोजगार करना है, समाज के लिए, राष्ट्र के लिए.
Great ?
उसकी इस बात से इम्प्रेस होकर, मैंने फिर से काउन्सलिंग शुरू की, एक नए angle से, स्वरोजगार के एंगल से.
जो सलाह उसे दी, आप को बता रहा हूँ –
तुम्हारे पापा को आयुर्वेद दवाएं बनाना आता है. तुम BAMS, आयुर्वेद में बैचलर डिग्री करो. उसके बाद केंद्र सरकार के आयुष विभाग से दवा मैनुफैक्चरिंग के लाइसेंस लो. आयुर्वेद की दवाएं बनाओ. समाज व देश की सेवा करो.
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