तरुण के बड़े पापा कहते हैं कि …
इंजीनियरिंग करने की चाह रखने वाले अधिकतर विद्यार्थी यह नही decide कर पाते कि उन्हें कौन सी ब्रांच या स्ट्रीम करनी चाहिए । मसलन वो मैकेनिकल करें या सिविल या इलेक्ट्रिकल या कंप्यूटर या कोई अन्य ब्रांच । अधिकतर का हाल यह है कि उन्हें जो मिल जाता है वो वही करने लगते हैं, भले ही उनमें उनकी रुचि हो या न हो, भले ही उसके गुण उनमें हों या न हों ।
कई तरीके हैं यह मालूम करने के कि क्या किया जाए । एक तरीका आप के interest की है । आप के पिछले marks या grades आपकी रुचि को इंगित करते हैं ।
जैसे कि अगर आप 11वीं व 12वीं में physics में अच्छा score कर रहे थे तो बहुत मुमकिन है कि आपको मैकेनिकल, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीकॉम, कंप्यूटर व आईटी में रुचि हो । अगर chemistry में score अच्छे रहें हैं तो chemical, पेट्रोलियम, rubber, टेक्सटाइल, एनवायरनमेंट रुचिकर हो सकते हैं । अगर physics व chemistry में balance रहा है व geography अच्छी रही है तो सिविल, कंस्ट्रक्शन, जियोलॉजी, environment आदि में रुचि हो सकती है ।
तरुण के बड़े पापा डॉ. अरुण कहते हैं कि रुचि जानने का यह तरीका बहुत सारे तरीको में एक है । आपकी रुचि क्या है और कौन सी पढ़ाई अच्छी रहेगी, यह जानने के और भी तरीके हैं । आज इतना ही, बाकी फिर कभी ।
??