यादें Archive

सिद्धेश जी से मुलाकात
Siddhesh Dubey जी से उनके लखनऊ वाले निवास स्थान पर मुलाकात हुई । बहुत सीधे सरल सामाजिक व्यक्ति हैं । अगर असली बात नही बताऊंगा तो बात अधूरी रहेगी, इसलिए आप सब को असली बात

बहू के लिए कॉफी बनाई
सुबह मेरी बहू ने बेटे को टिफिन बना कर दिया, ऑफिस भेजा, मेरे लिए चाय बनाई और आराम करने चली गई. फिर मैंने, सरप्राइज देने के लिए, चुप्पे से, उसके लिए कॉफी बनाई, उसे

Anjali Singing
बहू अंजली गा रही है, नई बहू प्रिया के स्वागत में, जो बगल में पीछे बैठी है ?

न कोई दहेज लेंगे न कोई गिफ्ट
अरुण भैया हमेशा कहे कि न कोई दहेज लेंगे, न कोई गिफ्ट लेंगे. जब बेटा छोटा था तभी भैया और भाभी ने यह फैसला कर लिया था. बेटा बड़ा हो गया. विवाह का समय

Love you Sambhav
इस चित्र में जो सबसे छोटा बच्चा है, जिसका मैं फूफा हूँ, उसका नाम “संभव” है । आज मैं संभव से लखनऊ में मिला । संभव से हुई बातचीत सुनिए – – तुम बहुत

आप ने हमारे लिए किया ही क्या है
मैं संपर्क क्रांति ट्रेन में बैठा हूँ । ट्रेन दिल्ली से काठगोदाम जा रही है । सभी यात्री अपने आप में खोए हैं । कोई मोबाइल में वीडियो देख रहा है । कोई इयरफोन

मथुरा दर्शन
बात इसी जन्माष्टमी की है । मुंबई से हम 15 लोग मथुरा वृंदावन गए । 21 अगस्त की रात यात्रा शुरू हुई । 22 की शाम मथुरा पहुंचे । फैब

प्रेम बना रहे
Brij Mohan से फेसबुक पर मुलाकात मोदी जी के 2013-14 के चुनाव प्रचार के दौरान हुई । पता नही कब वह मुझे गुरु जी कहने लगा और मेरे लिए पुत्र समान हो गया । हर

मुक्ता तुम्हे आशीर्वाद
चार साल पहले की बात है । एक लड़की मेरे ऑफिस आई । वह icici बैंक में काम करती थी । इंस्टीट्यट व कॉलेजों के एकाउंट खुलवाने व सम्बंधित बिजनेस प्रमोशन का काम था

पिताजी बहुतै खुश होते
बात 2014 की है । पिताजी चाहते थे कि मोदी जी जीतें । स्वस्थ नही थे । पर दिन रात TV देखते रहते थे । गांव शहर में जिससे मिलते थे, मोदी जी की