हम उन्हें लाने चले थे ट्रेन में ही थे 25 जून 2016 की तारीख थी सोच रहे थे कि पिताजी को अमेठी के गौरीगंज गावं से लाकर मुंबई में दवाई कराएं गे माँ ने